
आईएचएम राँची में राष्ट्रीय युवा दिवस पर दीवार चित्रकारी एवं वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन
होटल प्रबंधन संस्थान (आईएचएम) राँची में योग, राजयोग एवं ज्ञानयोग रचेता तथा युवाओं के प्रेरणास्रोत स्वामी विवेकानंद की जयंती एवं राष्ट्रिय युवा दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया गया| संस्थान में राष्ट्रीय युवा दिवस के उपलक्ष्य में एक भारत श्रेष्ठ भारत (वन इंडिया बिग इंडिया) थीम पर दीवार चित्रकारी एवं यंग “लीडरशिप और ओल्ड लीडरशिप टू लीड द कंट्री” विषय पर वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन भी किया। इस कड़ाके की ठंडी को मात देते हुए छात्रों ने बड़ी ही हर्षोउलाश के साथ आयोजित प्रतियोगिता में भाग लिया। तत्पश्चात संस्थान के सभागार में कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा की मलयापर्ण, एवं दीपप्रज्जवलन तथा छात्रों द्वारा प्रस्तुत गणेश वंदना के साथ की गयी |
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि में श्री अशोक बाघवार, निदेशक, बाघवार अकादमी तथा विशिष्ट अतिथियों में सिस्टर टईनी थॉमस, प्राचार्य, कार्मेल स्कूल, सिस्टर हेमिमा, प्रचार्या, संत मारिया स्कूल तथा डॉ भूपेश कुमार, प्राचार्य, आईएचएम राँची उपस्थित रहे।
तत्पश्चात संस्थान के छात्रों हेतु ऑडिटोरियम में “यंग लीडरशिप और ओल्ड लीडरशिप टू लीड द कंट्री” विषय वाद विवाद प्रतियोगिता आयोजित की गयी जिसमें छात्रों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया| आयोजित वाद विवाद प्रतियोगिता में छात्रों ने अपने तथ्यों एवम् विचारों को बहुत हीं कुशलतापूर्वक प्रस्तुत किया जिसके लिए श्री मिहिर घोष एवम् श्री आदित्य सिंह को प्रथम स्थान, सुश्री स्नेहा एवम् सुश्री सौम्या को द्वितीय स्थान तथा सुश्री संस्कृति अग्रवाल एवम् सुश्री रेशमा सोरेन को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। वहीं दीवार चित्रकारी हेतु टीम कोयल को प्रथम स्थान, टीम कावेरी को द्वितीय स्थान एवम् टीम यमुना को तृतीय स्थान मिला। इसके साथ साथ छात्रों को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए स्वामी विवेकानंद की पुस्तक एवं अवार्ड दे कर सम्मानित भी किया गया|
मुख्य अतिथि श्री अशोक बाघवार ने सभी का अभिनंदन किया तथा इस ठंडी में भी संस्थान द्वारा आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में छात्रों के उत्साहपूर्वक भागीदारी को काफी सराहा। साथ हीं व्यक्तित्व और चरित्र के अंतर बताते हुए हमेशा कठिन परिश्रम एवम् ईमानदार रहकर तथा संस्थान में दिये गए शिक्षा को अपने में प्रस्तुत करने पर जोर दिया।
सिस्टर टाईनी थॉमस ने सभी को राष्ट्रीय युवा दिवस की बधाई दी एवम् आईएचएम राँची द्वारा आयोजित विभिन्न प्रतियोगिता हेतु काफी सराहना भी की।
सिस्टर हेमिमा ने सभी अभिवादन करते हुए सपने देखना और अपने जीवन का लक्ष्य बनाकर उसे पुरा करना अच्छे व्यक्तितव् की पहचान है। साथ ही छात्रों को अपने लक्ष्य की प्राप्ति हेतु हर संभव प्रयास करने हेतु प्रेरित किया।
संस्थान के प्राचार्य डॉ. भूपेश कुमार ने सभी उपस्थितगण एवं छात्रों को राष्ट्रिय युवा दिवस की बधाई देते एवं स्वामी विवेकानंद के विचारों को साझा करते हुए बताया की स्वामी जी एक महान वक्ता, विचारक, लेखक भी थे जिन्होंने 1893 में अमेरिका के शिकागो में हुए विश्व धार्मिक सम्मलेन भारत और युवाओं का प्रतिनिधित्व कर अपने विचारों से पूरी दुनिया को अपनी ओर आकर्षित कर बेहद कम उम्र में हीं विश्व विख्यात प्रभावशाली आध्यात्मिक गुरु बन गए | इसके अलावा बताया की किसी मंच पर सभी के समक्ष अपनी विचारों को प्रस्तुत करना एवम् अपने दिमाग में चल रहे एक अदृश्य चित्र को चित्रकारी से जीवन देना एक कला है तथा प्रतियोगिता में भाग लेना आत्मविश्वास को बढ़ावा देता है और जो भी प्रतिभागी मंच की सीढ़ियां चढ़कर मंच पर अपना विचार रखते हैं वे भी मेरी नजर में विजेता हैं । साथ हीं डॉ. कुमार ने छात्रों को निर्देश दिया की जिसप्रकार स्वामी विवेकानंद स्वच्छता, धैर्य एवं दृढ़ता से अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित कर विश्व विख्यात हुए ठीक उसी प्रकार छात्रों को अपने लक्ष्य की प्राप्ति करने हेतु लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित कर हर संभव प्रयास कर सफलता हासिल करनी चाहिए |




